tag:blogger.com,1999:blog-2803859918603227768.post2329672757945577614..comments2023-11-02T09:04:34.526-07:00Comments on छोटीगली... Chhotigali: मीडिया की रणभूमिचन्दन कुमारhttp://www.blogger.com/profile/10262314277358804438noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2803859918603227768.post-54284286242099019122010-02-06T10:21:27.271-08:002010-02-06T10:21:27.271-08:00अरे पगलू...जस्ट चिल्ल!
काहे को टेंशन लेते हो...
सब...अरे पगलू...जस्ट चिल्ल!<br />काहे को टेंशन लेते हो...<br />सब चलता है...<br />और बात है कि आज मूसल में खुद का सिर है तो दुख ज्यादा रहा है, कल का इंतजार करो...किसी और का होगा...फिर जोर-जोर से तालियां पीटेंगे...आलोक साहिलhttps://www.blogger.com/profile/07273857599206518431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2803859918603227768.post-58634554456345025432010-01-31T05:05:30.216-08:002010-01-31T05:05:30.216-08:00दोस्त नज़रिए का फर्क है आज जिसे तुम गाली दे रहे हो ...दोस्त नज़रिए का फर्क है आज जिसे तुम गाली दे रहे हो .. हो सकता है कुछ सालो बाद उसके कदमो पर ही चलो ...और मार्केट में सब कमाने आते है ... नहीं तो समाज सेवा के बहुत तरीके हैpriyanka bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/06664633473763797460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2803859918603227768.post-56812941274624454782010-01-31T04:56:03.644-08:002010-01-31T04:56:03.644-08:00यहाँ सवाल फिल्म का है ही नहीं, चन्दन तुम्हारे ही प...यहाँ सवाल फिल्म का है ही नहीं, चन्दन तुम्हारे ही पसंदीदा जुमले का इस्तेमाल करूँ तो.. कन्धा किसी और का है, निशाना कहीं... पर ऐसे लोग तो हर जगह हैं... मीडिया में कुछ ज्यादा हैं.. बस पत्थर उछालते रहो जानेमन सुराख़ का होना न होना, उसे आसमान और पत्थर की सेटिंग पर छोड़ दो.. बाकी... आल इज वेल...pawashttps://www.blogger.com/profile/14530859546001812242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2803859918603227768.post-5381562517295805632010-01-31T04:46:25.757-08:002010-01-31T04:46:25.757-08:00काहे भाई दिल पर ले रहे हैं...सिनेमा-उनेमा तो फायदे...काहे भाई दिल पर ले रहे हैं...सिनेमा-उनेमा तो फायदे के लिए बनाया जाता है । रण की बात करें तो मीडिया हाउसों को इसने बहुत सतही तरीके से लिया है, कहानी की नहीं चरित्र चित्रण की कह रहा हूं। फिल्म को लेकर बुरी टिप्पणी नहीं करना चाहता बस ये बताना चाहता हूं कि डिटेंलिंग की कमी दिखी।Manjit Thakurhttps://www.blogger.com/profile/09765421125256479319noreply@blogger.com