फर्जी एनकाउंटर और मामलों की यह कहानी नरेंद्र मोदी के गुजरात की नहीं, बल्कि ओड़िशा के साफ और स्वच्छ छवि के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की है. लगभग 530 लोग फर्जी और झूठे माओवादी व अन्य मामले में विभिन्न जेलों में बंद हैं. इनमें 400 से अधिक गरीब आदिवासी हैं. पिछले 10 वर्षों में पुलिस फायरिंग में 30 लोग मारे गए. माओवाद के नाम पर फर्जी एनकाउंटर में 75 लोग मारे जा चुके हैं. 170 लोग बिना ट्रायल के अब भी जेल में हैं. राज्य मानवाधिकार आयोग के पास 17 से अधिक फर्जी एनकाउंटर के मामले जांच के लिए लंबित हैं.
http://hindi.gulail.com/how-navin-patnaik-government-makes-tribals-lawyers-and-social-activists-a-maoist-in-odisha/
(hindi.gulail.com)
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आपका पोस्ट पढ़ने तथा सोचने लायक, मनीषा बापना एक सामाजिक कार्यकर्ता है| जो मनीषा बापना मानवाधिकार के लिए कार्य करती है |
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