एक सनसनीख़ेज ख़ुलासा... एक ऐसा ख़ुलासा जो अंडरवर्ल्ड की दुनिया में मचा देगा खलबली... आज हम आपको बताएंगे डॉन के दूर होते दहशत का रहस्य !....... और दाउद किससे मिलाने जा रहा हाथ.....
डर्टी डॉन अब खुद है दहशत में........ जी हाँ, हिंदुस्तान के बाद, अब कराची भी नहीं रहा उसके लिए महफूज ठिकाना...... मँडराने लगा है, उस पर मौत का खतरा......ख़त्म होने लगा है, डॉन के दहशत का साम्राज्य........ दाउद अब कराची छोड़ पहुँच चुका है मालदीव.......दे रहा है अब वहीं से अपने नेटवर्क को अंजाम..... लेकिन अब उसकी ताकत पहले जैसी नहीं रही....... और अपने भाई नूरा की मौत के बाद बौखला गया है वो....... लेना चाहता है अपने भाई की मौत का बदला...... इसलिए जुट गया है अब अपने कुनबे को जोड़ने में........हम आपको बताने जा रहे हैं एक नया ख़ुलासा....... जी हाँ, मिलने जा रहे अब देश के दो गद्दार...... फिर बरपाएंगे क़हर एक साथ........ जी हाँ, हम बात कर रहे हैं, अंडरवर्ल्ड डॉन और डी कंपनी के सरगना दाउद इब्राहिम कासकर और छोटा राजन की........
ये वही छोटा राजन है जो कभी दाउद का खासमखास हुआ करता था....... और दाउद के एक इशारे पर ही मचा देता था कोहराम.......लेकिन कहते हैं न धंधा है पर गंदा है ये...........वक्त ऐसा भी आया जब मासूमो के ख़ून से होली खेलने वाले एक दूसरे के ख़ून के प्यासे हो गये....... जी हाँ, मुंबई बम धमाको ने दाउद और छोटा राजन के बीच दुश्मनी की लंबी दीवार खड़ी कर दी........ फिर तो शुरू हो गया, गैंगवार........ आ गये दोनो एक दूसरे के निशाने पर........ एक-दूसरे के कुनबे को ख़त्म करने की खा ली कसम.......बस क्या था, शुरू हो गया दो अंडरवर्ल्ड डॉन के बीच मौत का तांडव....... इसी बीच दाउद ने छोटा राजन के मौत की साज़िश रची......और उस पर करवाए एक के बाद एक कातिलाना हमले....... लेकिन हर बार बाल-बाल बचता रहा छोटा राजन.......
साल दो हज़ार दो में बैंकॉक में दाउद ने छोटा शकील से छोटा राजन पर ज़बरदस्त हमला करवाया....... जिसमें छोटा राजन तो बच गया लेकिन उसका खासमखास रोहित वर्मा और उसकी बीवी मारे गये......... छोटा राजन किसी तरह बच निकलने में कामयाब हो गया......लेकिन ये तो गैंगवार का महज आगाज़ था.......उसके बाद तो छोटा राजन, करने लगा दाउद और छोटा शकील को ही ख़त्म करने की साज़िश...... सबसे पहले छोटा राजन ने विनोद शेट्टी और शरद शेट्टी को मारा....... जिसके लिंक से दाउद ने उस पर बैंकॉक मे हमला करवाया था....... आज भी छोटा राजन उस ख़ौफनाक मंजर को नहीं भूल पाया है....... सालों तक सुलगता रहा बदले की आग में........
लेकिन अब दो जानी दुश्मन मिलाने जा रहे हैं हाथ.........लेकिन इन सबके लिए हुआ है एक सौदा, वो भी मौत का.....मौत भी डॉन के खासमखास गुर्गे छोटा शकील की...वजह बैंकॉक में साल २००० में राजन पर शकील का अटैक करना...
डर्टी डॉन अब खुद है दहशत में........ जी हाँ, हिंदुस्तान के बाद, अब कराची भी नहीं रहा उसके लिए महफूज ठिकाना...... मँडराने लगा है, उस पर मौत का खतरा......ख़त्म होने लगा है, डॉन के दहशत का साम्राज्य........ दाउद अब कराची छोड़ पहुँच चुका है मालदीव.......दे रहा है अब वहीं से अपने नेटवर्क को अंजाम..... लेकिन अब उसकी ताकत पहले जैसी नहीं रही....... और अपने भाई नूरा की मौत के बाद बौखला गया है वो....... लेना चाहता है अपने भाई की मौत का बदला...... इसलिए जुट गया है अब अपने कुनबे को जोड़ने में........हम आपको बताने जा रहे हैं एक नया ख़ुलासा....... जी हाँ, मिलने जा रहे अब देश के दो गद्दार...... फिर बरपाएंगे क़हर एक साथ........ जी हाँ, हम बात कर रहे हैं, अंडरवर्ल्ड डॉन और डी कंपनी के सरगना दाउद इब्राहिम कासकर और छोटा राजन की........
ये वही छोटा राजन है जो कभी दाउद का खासमखास हुआ करता था....... और दाउद के एक इशारे पर ही मचा देता था कोहराम.......लेकिन कहते हैं न धंधा है पर गंदा है ये...........वक्त ऐसा भी आया जब मासूमो के ख़ून से होली खेलने वाले एक दूसरे के ख़ून के प्यासे हो गये....... जी हाँ, मुंबई बम धमाको ने दाउद और छोटा राजन के बीच दुश्मनी की लंबी दीवार खड़ी कर दी........ फिर तो शुरू हो गया, गैंगवार........ आ गये दोनो एक दूसरे के निशाने पर........ एक-दूसरे के कुनबे को ख़त्म करने की खा ली कसम.......बस क्या था, शुरू हो गया दो अंडरवर्ल्ड डॉन के बीच मौत का तांडव....... इसी बीच दाउद ने छोटा राजन के मौत की साज़िश रची......और उस पर करवाए एक के बाद एक कातिलाना हमले....... लेकिन हर बार बाल-बाल बचता रहा छोटा राजन.......
साल दो हज़ार दो में बैंकॉक में दाउद ने छोटा शकील से छोटा राजन पर ज़बरदस्त हमला करवाया....... जिसमें छोटा राजन तो बच गया लेकिन उसका खासमखास रोहित वर्मा और उसकी बीवी मारे गये......... छोटा राजन किसी तरह बच निकलने में कामयाब हो गया......लेकिन ये तो गैंगवार का महज आगाज़ था.......उसके बाद तो छोटा राजन, करने लगा दाउद और छोटा शकील को ही ख़त्म करने की साज़िश...... सबसे पहले छोटा राजन ने विनोद शेट्टी और शरद शेट्टी को मारा....... जिसके लिंक से दाउद ने उस पर बैंकॉक मे हमला करवाया था....... आज भी छोटा राजन उस ख़ौफनाक मंजर को नहीं भूल पाया है....... सालों तक सुलगता रहा बदले की आग में........
लेकिन अब दो जानी दुश्मन मिलाने जा रहे हैं हाथ.........लेकिन इन सबके लिए हुआ है एक सौदा, वो भी मौत का.....मौत भी डॉन के खासमखास गुर्गे छोटा शकील की...वजह बैंकॉक में साल २००० में राजन पर शकील का अटैक करना...