जाने क्यूं ?
आज दिल बहुत बेचैन है,
कुछ भूल रहा हूं!
कुछ याद आ रहा है!
पता नहीं ,क्यूं
आज दिल बहुत बेचैन है?
इस ग़ुमनाम ग़म की,
आख़िर वज़ह क्या है?
जुबान मेरे ख़ामोश क्यों है,
क्यों चुप हैं, तुम्हारे लब भी?
सोचने का वक्त नहीं है पास !
या कुछ और वजह है?
आज बता दो ,
कि लब तुम्हारे भी ख़ामोश क्यों हैं?
khamossh isliye h ki wo ladki tumse pyar nahi karti par tumhe chahti hai bhai
ReplyDeleteacchi ha