सचिन चालीसा

आपने अभी तक हनुमान चालीसा से लेकर कई चालीसा पढ़ें होंगे...सचीन चालीसा भी...लेकिन यह मेरे मित्र नवीन ने लई चालीसी लीखी है, सचिन की अद्भुद दो सौ रनों का पारी के बाद...उनकी इच्छा थी और भी कि इसे मैं अपने ब्लॉग पर लगाऊं.......
जय सचिन क्रिकेट गुण सागर,
जय क्रिकेटईश पृथ्वी लोक उजागर खेलदूत अतुलित बल दामा,
रमेश पुत्र तेंदुलकर नामा सदाचारी सचिन सतरंगी ,
कीर्तिमान बनावे जीत के संगी कंचन वर्ण छोटे कद का,
सर पे हेलमेट ,घुंगराले केशा हाथ बल्ला और गेंद विराजे ,
सर पे चक्र सह तिरंगा साजे ब्रैडमैन सम भारती नंदन ,
तेज प्रताप महा जग वंदन बल्लेबाज गुनी अति चातुर ,
राष्ट्र काज करिबे को आतुर सचिन को खेल देखबे को रसिया ,
अपनों काम काज सब छडिया सुक्ष्म रूप धरि विकेट गिरावा ,
बिकट रूप धरि रन बनावा भीमरूप धरि शतक बनाए ,
भारत की हार बचाए विश्वकप में जब विपत्ति आई ,
पहुचा फ़ाइनल लाज बचाई तुम उपकार धोनी कीन्हा ,
नए आए तबहु कप्तानी दीन्हा तुम्हारो मंत्र धोनी माना,
विश्वविजेता भय सब जग जाना भारत की जीत के काजही ,
शोकाकुल लौट आये अचरज नाही दुर्गम मैच भारत के जेते,
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते क्रिकेट द्वार के तुम रखवाले,
होत ना कोई चिंता रे जीत मिले तुम्हारी शरना ,
तुम रक्षक हार को डर ना अपने रिकॉर्ड तोड़ो आपे ,
सब टीमें नाम से कापे गेंदबाज कोई सामने ना आवे ,
सचिन तेंदुलकर जब नाम सुनावे मास्टर ब्लास्टर सचिन जंगी,
हार मिटात जीत के संगी संकट ते सचिन छुडावे,
जब मन क्रम वचन से लग जावे ।
पाचो द्वीप परताप तुम्हारा
है प्रसिद्द जगत उजियारा...

3 comments:

  1. पढ़कर धन्य भये, प्रभु!! हा हा!! बहुत मजेदार!!


    आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.

    -समीर लाल ’समीर’

    ReplyDelete
  2. बहुत खूब !!!!
    --

    --- राकेश वर्मा

    ReplyDelete
  3. कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है कि...you quote very nicely........
    हाहाहाहाहा.........बहुत खूब...
    आलोक साहिल

    ReplyDelete