ब्राजील विश्वकप से बाहर हो गया। हार से बहुत आहत हूँ। उसकी हार ने मायूसी कम अफसोस ज्यादा हुआ। यही होता है जब एक टीम जीतती रहती है तो बहुत ही मजबूत और खिताब का दावेदार नजर आती है। हारने पर सारी खामिया सामने आ जाती है। ब्राजील के हारने की पीड़ा मेरे लिए कुछ ज्यादा है। इसकी वजह भी मेरी एक कमजोरी है। दरअसल मैं किसी चीज को चाहता हूं, प्यार करता हूं तो उसे हारते हुए खोते हुए नहीं देख सकता। आजकल इस प्रवृति को लोग पजेसिव कहते हैं। ब्राजील टीम के बारे में भी मेरे साथ है कुछ ऐसा ही है। मुझे उसके हारने की कतई उम्मीद नहीं थी। वह भी नीदरलैंड से तो कभी नहीं। लेकिन, खेल का अंतर सबकुछ चौपट कर दिया। शुरू से ही ब्राजीलियाई खिलाड़ी रफ खेलते नजर आए। फुटबॉल से भिरने की जगह विपक्षी खिलाड़ियों को ही वह गेंद समझते रहे। उन्हें गिराते रहे, खुद गिरते रहे। हालांकि, वह पहले 10 मिनट में ही 1-0 से आगे हो चुकी थी। एक गोल ऑफ साइड होने की वजह से नहीं मिला। पर, बाद में पता नहीं रोबिन्हों को क्या हो गया। पहला गोल करने के बाद वह कुछ ज्यादा ही सनकी हो गए। अपना आपा खो दिया। फैबियानो ने भी अपने फैन्स को काफी निराश किया। उनका शानदार फॉर्म पता नहीं कहां गायब था। काका को दो मौके मिले, लेकिन उनका किक भी गोल में नहीं तब्दील हो सका। दोनों मर्तबा विपक्षी गोलची ने काका के किक को विफल कर दिया। नीदरलैंड और फुटबॉल प्रेमियों के लिए मैच का सबसे शानदार पल और ब्राजील के प्रशंसक और मेरे लिए सबसे निराशा वाला क्षण रहा मैच का तीसरा और ब्राजील के खिलाफ दूसका गोल। एक किक, पहला हेडर ब्राजील का गोलची जुलियो सीजर अपने ही खिलाड़ी से टकराया, फिर हेडर और ब्राजील के खिलाफ नीदरलैंड का दूसरा गोल। यानी एक किक, दो हेडर, एक गोल और इसके साथ ही ब्राजील वर्ल्डकप से बाहर। ब्राजील के हारने का गम बहुत बुरा रहा दोस्तों। अब तो फीफा का यह विश्वकप भी देखने का मन नहीं कर रहा है। पेले का अतिआत्मविस्वास अब उनके बयानों में देखने को नहीं मिलेगा। माराडोना को अक्सर वह निशाने पर रखते हैं। अभी भी मैं ब्राजील का प्रशंसक हूं। उसके लिए अगले वर्ल्डकप का इंतजार करूंगा। फिर भी, अब इस वर्ल्डकप में उसके न होने की हालत में मैं मेसी के लिए अर्जेंटीना को सपोर्ट करने जा रहा हूं। माराडोना कई लोगों के लिए महान खिलाड़ी हैं। पर, वह मुझे पसंद नहीं है। फिर भी लियोनेल मेसी के लिए चियर अप अर्जेंटीना।
Same here.
ReplyDeleteखेल है भाई..चलता है.
ReplyDeleteहमारी तो पसंदीदा टीम है जर्मनी और वह विश्वकप के लिये कड़ी टक्कर दे रही है।
ReplyDelete0 तिरुपति बालाजी के दर्शन और यात्रा के रोमांचक अनुभव – १० [श्रीकालाहस्ती शिवजी के दर्शन..] (Hilarious Moment.. इंडिब्लॉगर पर मेरी इस पोस्ट को प्रमोट कीजिये, वोट दीजिये
vakai zaermani ka jawab nahin par ab mai spain ke sath hoon
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